Tuesday, 18 September 2018

आयुर्वेद में छिपा है सौंदर्य का खजाना


हम सब अपनी त्वचा की देखभाल के लिए पता नहीं क्या क्या नहीं करते… सर्जरी, कई तरह की क्रीम्स और कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स न जाने क्या-क्या। पर क्या आप जानते है ? हमे अपनी स्किन की देखभाल प्राकतिक तरीके
(Natural Care) से ही करनी चाहिए. बस हमे इसके असर और प्रयोग की जानकारी होनी चाहिए इससे न तो कोई बुरा प्रभाव (साइड इफ़ेक्ट ) होता है न ही किसी रिएक्शन का डर।
हमारी स्किन को सबसे ज्यादा नुकसान (Harmful Elements for Skin) सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणों, धूप, प्रदूषण, तनाव, नींद की कमी, ध्रूमपान और शराब के इस्तेमाल करने से होता है।
बाजार में बिकने वाले महंगे सौंदर्य उत्पाद ( ब्यूटी प्रोडक्ट्स ) पर विश्वास करने की बजाय अगर हम घरेलू और आयुर्वेदिक नुस्खों (Home based Ayurvedic ) को आजमाएं तो त्वचा में निखार और चमक आने के साथ-साथ स्किन स्वस्थ भी रहेगी।

आयुर्वेद के 4 प्रमुख प्रकार

आयुर्वेद में हमारी आयु को 4 अलग-अलग चरण में बांटा गया है:

आयुर्वेद से उपचार कैसे होते है:

कहते है की जिन रोगों का इलाज एलोपैथी के जरिये भी संभव नहीं है उन रोगों को आयुर्वेद के समाधानों से दूर किया जा सकता है।  आयुर्वेदिक इलाज धीरे-धीरे असर करता है लेकिन इसकी ख़ासियत है की ये रोग को जड़ से खत्म कर देता है जिससे व्यक्ति को फिर से वही रोग होने का खतरा लगभग न के बराबर हो जाता है हालाँकि आयुर्वेदिक इलाज की प्रक्रिया काफी लम्बी और थोडा सी जटिल होती है।